नयन (कवि- भागवत शरण झा ‘अनिमेष’) मो. 08986911256
नयन तेज तरछेउआ हंसुली
हंस-हंस करे हलाल
बिन देखे यह जनम अकारथ
जिन देखे
बेहाल
तक नयन में सकल सुहावन
लाग लगावन
भाग जगावन
मादक मध्रुर मलाल
एक नयन में श्यामल बादल
जिसको जग
कहता है काजल
एक साथ संकोच चपलता का यह
गहरा ताल
नयन तेज तरछेउआ हंसुली
मन-बस करे हलाल
(-भागवत शरण झा ‘अनिमेष’) मो. 08986911256
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